Title : फेशल रेकग्निशन तकनीक (चेहरा पहचानने की तकनीक) नही है पूरी तरह सिक्योर .....
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फेशल रेकग्निशन तकनीक (चेहरा पहचानने की तकनीक) नही है पूरी तरह सिक्योर .....
फेशियल रेकग्निशन फीचर से आप अपने आईफोन को अनलॉक करते हैं और बैंक एकाउंट के लिए भी चेहरे की स्कैनिंग करते हो। ताकी सुरक्षा बनी रहे।
इसकी उपयोग अमेरिका समेत दुनिया के कई मुल्कों में इस तकनीक को कानूनी एजेंसियों समेत सीमा सुरक्षा बलों में प्रयोग कर रहे हैं। सुरक्षा के लिए फेशियल रेकग्निशन तकनीक से मदद ले रहे हैं। लेकिन हाल ही में हुये नए अध्ययन बताते हैं कि फेशियल रेकग्निशन मतलब चेहरा पहचनाने की यह तकनीक सौ फीसदी सटीक हो, लेकीन ऐसा तो जरूरी नहीं है।
आज कल की तकनीक बुहत आगे जा चुकी है इसलिए हम इसे पूरे तरीके सुरक्षित नहीं मान सकते है अमेरिका में हर दो में से एक वयस्क मतलब करीब 11 करोड़ लोगों की जानकारी फेशियल रेक्गनिशन डाटाबेस में है।
माइक्रोसॉफ्ट फेशल रेकग्निशन तकनीक (चेहरा पहचानने की तकनीक) पर गंभीर चिंताएं जाहिर की है। कंपनी ने अमेरिकी संसद से अपील की है कि वह चेहरा पहचानने की तकनीक के इस्तेमाल का नियमन करे ताकि लोगों की निजता और अभिव्यक्ति की आजादी का संरक्षण किया जा सके
आप इस तकनीक के बारे में क्या सोचते है .....हमे कमेंट बॉक्स में जरुर बताए .....
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